इन आयुर्वेदिक औषधियों से मुंह का छाला होता छू मंतर

मुंह के छालों का इलाज कारण के आधार पर होता है। मुंह के छालों से परेशान मरीज त्रिफला, चमेली का पत्ता और मुनक्का को शहद के साथ मिलाकर काढ़ा बनाकर मुंह को साफ करे तो समस्या से निजात मिल सकती है। शुद्ध टंकण और शुभ्रा भस्म एक गिलास पानी में मिलकार गरारा किया जाए तो राहत मिल सकती है। इसके साथ ही दारू हरिब्रिया में स्फटिक मिलाकर मुंह का कुल्ला किया जाए तो छाले खत्म हो सकते हैं।

ये पत्ते रोग को करते दूर

चमेली, आम, जामुन के पत्ते को चबाने से छाले खत्म हो जाते हैं। पपीता, मुनक्का, जौ, चावल, आंवला, पटोल खाने से पाचन क्रिया ठीक रहती है जिससे छाला होने का खतरा बहुत अधिक कम हो जाता है। मुंह में छाले हो रहे हैं तो कभी भी बिना डॉक्टरी सलाह के किसी दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे तकलीफ ठीक होने की बजाए बढ़ सकती है। मुंह में छाले होने पर लोग अक्सर घरेलू उपचार शुरू कर देते हैं जो आज के समय में सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। बच्चों में ये तकलीफ हो रही है तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

कम नींद भी मुंह के छालों की वजह

नींद पूरी न होन की वजह से पाचन क्रिया खराब होती है और कब्ज अर्जीण की समस्या उभर कर सामने आती है। इस वजह से भी मुंह में छाले बनते हैं। ऐसा होने पर पेट साफ रहे इसके लिए त्रिफला चूर्ण एक चम्मच रात को साते समय लेना चाहिए जिससे बीमारी दूर रहेगी।

ये सावधानी बरतेंगे तो नहीं होगी तकलीफ

  • शरीर में फॉलिक एसिड, आयरन, विटिामिन बी12 की कमी न हो
  • खाना खाने के बाद मुंह साफ करें, रात को सोने से पहले ब्रश करें
  • मुंह में छाले होने पर घरेलू इलाज पर समय बिलकुल खराब न करें
  • बहुत अधिक गरम खाना न खाएं, मिर्च का सेवन कम से कम करें
  • मसालेदार, खट्टा खाना खाने के साथ रात में दही से परहेज करें

डॉ. निरमा बंसल, आयुर्वेद विशेषज्ञ

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